सूर्य पूजन (Sun God Worship)

“ॐ खगाय नमः”

महत्व: सूर्य देव को ऊर्जा और जीवन के स्रोत के रूप में पूजा जाता है।

मुख्य अनुष्ठान: सूर्य नमस्कार, सूर्याष्टकम का पाठ, रविवार को अर्घ्य देना।

पूजा का समय: रविवार, मकर संक्रांति, और छठ पूजा।

चन्द्र ग्रह पूजन (Moon Worship)

“ॐ सोमाय नमः”

महत्व: मन, भावनाओं, और मानसिक शांति का प्रतीक।

मुख्य अनुष्ठान: चंद्र मंत्र जाप, दूध अर्पण, सफेद पुष्प अर्पण।

मंत्र: “ॐ सोमाय नमः”

पूजन का समय: सोमवार।

मंगल ग्रह पूजन (Mars Worship)

“ॐ मंगलाय नमः”

महत्व: साहस, शक्ति, और ऊर्जा का प्रतीक।

मुख्य अनुष्ठान: मंगल मंत्र जाप, लाल चंदन और लाल पुष्प अर्पण।

मंत्र: “ॐ मंगलाय नमः”

पूजन का समय: मंगलवार।

बुध ग्रह पूजन (Mercury Worship)

“ॐ बुधाय नमः”

महत्व: बुद्धि, व्यापार, और संवाद का प्रतीक।

मुख्य अनुष्ठान: बुध मंत्र जाप, हरे वस्त्र और हरे मूंग अर्पण।

मंत्र: “ॐ बुधाय नमः”

पूजन का समय: बुधवार।

गुरु ग्रह पूजन (Jupiter Worship)

“ॐ गुरुवे नमः”

महत्व: ज्ञान, शिक्षा, और धन का प्रतीक।

मुख्य अनुष्ठान: गुरु मंत्र जाप, पीले वस्त्र और पीले पुष्प अर्पण।

मंत्र: “ॐ गुरुवे नमः”

पूजन का समय: गुरुवार।

शुक्र ग्रह पूजन (Venus Worship)

“ॐ शुक्राय नमः”

महत्व: प्रेम, सौंदर्य, और कला का प्रतीक।

मुख्य अनुष्ठान: शुक्र मंत्र जाप, सफेद वस्त्र और चावल अर्पण।

मंत्र: “ॐ शुक्राय नमः”

पूजन का समय: शुक्रवार।

शनि ग्रह पूजन (Saturn Worship)

“ॐ शनिश्चराय नमः”

महत्व: कर्म, न्याय, और धैर्य का प्रतीक।

मुख्य अनुष्ठान: शनि मंत्र जाप, काले तिल और सरसों का तेल अर्पण।

मंत्र: “ॐ शनिश्चराय नमः”

पूजन का समय: शनिवार।

राहु ग्रह पूजन (Rahu Worship)

“ॐ राहवे नमः”

महत्व: आकस्मिक परिवर्तन और बाधाओं का प्रतीक।

मुख्य अनुष्ठान: राहु मंत्र जाप, नीले पुष्प और उड़द अर्पण।

मंत्र: “ॐ राहवे नमः”

पूजन का समय: राहु काल (संध्या काल)।

केतु ग्रह पूजन (Ketu Worship)

“ॐ केतवे नमः”

महत्व: आध्यात्मिकता और मोक्ष का प्रतीक।

मुख्य अनुष्ठान: केतु मंत्र जाप, तिल और धूप अर्पण।

मंत्र: “ॐ केतवे नमः”

पूजन का समय: राहु काल (संध्या काल)।

Scroll to Top

Veda Parayana

Donation